Pulwama Terrorist Attack: मोहब्बत के त्योहार (वेलेनटाइन डे) पर उल्लास में डूबी सुलहकुल नगरी शाम होते-होते श्रीनगर से आए एक संदेश से सिहर गई। गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमले में आगरा का जवान कौशल कुमार रावत भी शहीद हो गया। जबकि अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए हमले में मैनपुरी का रामवकील लापता था। सीआरपीएफ हेडक्वार्टर से आई दुखद खबर से पूरा ब्रज शोक में डूब गया।
अपराह्न करीब चार बजे टेलीविजन पर सीआरपीएफ काफिले पर हमले की खबर आते ही कहरई में बेचैनी पैदा हो गई। शहीद के पिता गीता राम रावत ने तत्काल गुड़गांव में कौशल के पुत्र विकास को फोन कर खैरियत पूछी तो फोन खटकने शुरू हुए। करीब चार घंटे की बेचैनी के बाद कइरई में कौशल की शहादत की खबर आई तो गांव रो उठा। मां धन्नो देवी, भाई कमल किशोर और पूरे परिवार का रुदन फूट पड़ा। सिलीगुड़ी से एक पखवाड़े पहले ट्रांसफर होकर श्रीनगर पहुंचे कौशल चार दिन पहले ही गुड़गांव में बेटे के पास से नौकरी ज्वाइन करने गए थे। तीन माह पहले वह कहरई आए थे। रात में लेखपाल कौशल की शहादत की खबर लेकर जब कहरअई पहुंचा तब तक आसपास के गांवों के लोगों के कदम कहरई की ओर उठ चुके थे।
बता दें कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार दोपहर जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस को टक्कर मार दी, जिसमें 44 CRPF जवान शहीद हो गए। न्यूज एजेंसी भाषा ने अधिकारियों के हवाले से खबर जारी किया है कि यह 2016 में हुए उरी हमले के बाद ये सबसे भीषण आतंकवादी हमला है। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 2500 से अधिक कर्मी 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे।