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वाराणसी की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रीना सिंह का पति डाक्टर आलोक सिंह दूसरी शादी करना चाहता था। यह बात रीना ने मरने से ठीक एक दिन पहले अपनी बहन संध्या को बताई थी। रीना ने अपनी हत्या की आशंका भी बहन से जताई थी। गुरुवार को बहन संध्या अपने पिता रंगनाथ सिंह अौर परिवार के अन्य सदस्यों के साथ एसएसपी से मिलीं अौर केस में हो रही पुलिसिया लापरवाही पर रोष जताया। उन्होंने कहा कि अभी तक हत्या में नामजद रीना के सास-ससुर को गिरफ्तार नहीं किया गया है। पुलिस उनकी गिरफ्तारी का प्रयास भी नहीं कर रही है।
डाक्टर रीना सिंह की दो जुलाई को घर के अंदर ही मौत हो गई थी। पति आलोक सिंह ने पहले बताया कि सीढी से गिरने के कारण मौत हुई है। सीसीटीवी फुटेज से खुलासा हुआ कि रीना सीढ़ी नहीं छत से गिरी हैं। इसके बाद आलोक अौर उनके माता-पिता के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ। घटना के करीब 23 दिन बाद आलोक ने सरेंडर किया लेकिन माता-पिता अभी तक बाहर हैं। पुलिस पर सत्ता पक्ष के दबाव में काम करने का आरोप भी रीना के पिता लगा चुके हैं। उन्होंने अालोक के आईएएस जीजा एमपी सिंह पर भी धमकाने का आरोप लगाया था।
गुरुवार को डा. रीना के पिता रंगनाथ सिंह, बहन संध्या सिंह, चेचेरे भाई आलोक कुमार सिंह उर्फ बब्बू सिंह, बृजेश सिंह उर्फ बंटी सिंह और कुंदन राज सिंह उर्फ अप्पू सिंह एसएसपी आनंद कुलकर्णी से मिले अौर घटना के संबंध में अपना लिखित बयान भी सौंपा। उन्होंने केस को जल्द से जल्द सुलझाने की गुहार लगाई।
एसएसपी ने इंस्पेक्टर कैंट को फोन कर लिखित दस्तावेज रिसिव करने को कहा। पिता रंगनाथ सिंह ने कचहरी चौकी पर मौजूद इंस्पेक्टर कैंट को कागजात रिसिव कराया। आलोक सिंह उर्फ बब्बू ने लिखित बयान में बताया कि घटना वाले दिन डॉ. आलोक ने फोन पर उसे रीना के गिरने की सूचना और शुभम हॉस्पिटल ले जाने की सूचना दी। लेकिन वह मर चुकी हैं या जीवित हैं, यह नहीं बताया। बृजेश सिंह उर्फ बंटी सिंह व कुंदन राज ने भी अपने ढंग से घटना के संबंध में राय रखी है।
सुसाइड नोट पर भी सवाल
डॉ. रीना का सुसाइड नोट हिन्दी में मिला था। जबकि वह अंग्रेजी भाषा में लिखती थीं। पिता रंगनाथ सिंह ने बताया कि डॉ. रीना की अंग्रेजी शुरू से ठीक थी। रीना ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा अंग्रेजी माध्यम से ही दी थी। ऐसे में सुसाइड नोट हिंदी में लिखने का सवाल ही नहीं उठता है।
जल्द रिपोर्ट के लिए लिखा पत्र इंस्पेक्टर कैंट ने लखनऊ और रामनगर की फॉरेंसिक टीम को पत्र लिखकर डॉ. रीना सिंह की रिपोर्ट पेश करने का आग्रह किया है। रंगनाथ सिंह ने बताया कि इंस्पेक्टर ने केस को जल्द सुलझाने के लिए मेडिको लीगल एक्सपर्ट की मदद मांगी है। कहा कि रिपोर्ट के बिना किसी निर्णय पर पहुंचना मुश्किल है।